ना दोस्त चाहिए ना शराब
जमाना है बेहद खराब
ना दुआ चाहिए ना खेरात
अपन को पैसा बेहिसाब चाहिए । ।
ना महफिल चाहिए ना कचहरी
ना छांव चाहिए ना तांव
अपन को धूप सुनहरी चाहिए । ।
ना आसरा चाहिए ना तबादला
ना नौकर चाहिए ना चाकरी
अपन को अपना पर्मानेंट रोजगार चाहिए । ।
जमाना है बेहद खराब
ना दुआ चाहिए ना खेरात
अपन को पैसा बेहिसाब चाहिए । ।
ना महफिल चाहिए ना कचहरी
ना छांव चाहिए ना तांव
अपन को धूप सुनहरी चाहिए । ।
ना आसरा चाहिए ना तबादला
ना नौकर चाहिए ना चाकरी
अपन को अपना पर्मानेंट रोजगार चाहिए । ।
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