Thursday, August 29, 2013

 रोंज की ख़बर

एक  बार्डर पे गोलाबारी और घुसपैठ ,
दो संसद में हंगामा,
तीन रुपया आज  फिर गिरा,
चार बाढ़ आगजनी हिंसा ,
पांच नाबालिग़  से बलात्कार ,
छः आतंकवादी पकड़ा गया ,
सात नेता जी अय्यासी करते पकडे गये ,
आठ पुलिस ने कोई कार्यवाही नहीं की,
नो पडोसी मुल्क से फिलहाल कोई बातचीत नहीं ,
दस आज मौसम साफ रहेगा। 
ग्यारह नेता  शाम को न्यूज़ चैनलों  पे  आपस में  लड़ते रहें ,
बारह  इन  सबके बावजूद भारत में जनजीवन सामान्य रहा



कोरा काग़ज 

कोरा काग़ज  कोरा रह जाता है,
किसी कलम की स्याही सूख जाती है बिना लिखे,
नसीब का लिखा काम आता नहीं ,
वक्त अनजान राहों पे जब ले जाता है.
 


तन्हाई


दूर कहीं  महफ़िल से आती आव़ाज ,

बंद कमरे मे  तन्हा  और  उदास ,

मेज पे पड़ी बोतल  खाली  गिलास ,

जलती सिगरेट से जलता धुँआ ,

उसकी  यादों  में जेसे लग रही हो  आग़ ,

क्या बताऊ  इस  जमाने को ,

जेसे टूटे दिल में बढ रही है ,

प्यार की प्यास।

Wednesday, August 28, 2013


जंगलराज 

जीना अब उधारी  है 
महंगाई  अब भारी  है 
लूट अब मंत्रा है ,
ना  अब कोई संता  है 
सेवक अत्याचारी  है 
गणतंत्र  की बीमारी  है 
सयाना  अब  शातिर है 
बचपन अब सयाना है 
बाप है डरा डरा ,
हरकते बहसियाना है 
खोफजदा है मंजर ,
राम है गायब ,
रावन है अन्दर ,
है हर आँख में आँसू ,
हो गए गम समुन्दर ,



           MAJA


jo hamne sunaya tumhe


wo na geet tha na thi kabbali

na kissa tha na thi wo  gajal,

jisme tumehe maja aaya ,

wo to mere dil tootne ki daasta thi.