Monday, September 2, 2013

राजनीति 

राजनीति आसान राह है, स्वार्थ साधने की ,
पैसा पावर सब मिलता  है  इसमें 
दुष्ट प्रवृति कुकर्म के उपासकओं  की भीड़  ही  नेताओं की फ़ोज  बन गयी है. 
जिसने भी चाह माना राजनीति आसान राह है स्वार्थ  साधने की ,
नेताओं  से  पूछो  समाज सेवा किसे कहते हैं ,
तो आज का नेता  कहेगा वो क्या होती है बे

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