Sher O Shayari
Thursday, September 26, 2019
परख
मर नहीं सकता।
इसलिए मरने की बात करता हूँ।
बात दरअसल ये कि
चेहरे पढ़कर चाहनेवालों की तलाश
मैं करता हूँ ।
1 comment:
Unknown
said...
क्या खूब कहा
September 26, 2019 at 4:41 PM
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क्या खूब कहा
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