यहां कौन हजार साल की उम्र
लेकर बैठा है
ना बोलकर ना मिलकर
तन्हा कुछ साल गुजर जायेंगे
दुश्मनी सा बक्त बिताकर
कौन खुश हुआ
जब देखो तब दुख हुआ ।
रुठकर किसने मजा लूटा है
साला अन्दर से तो वो भी टूटा है
अगर हो जायेगी बात
तो भी कट जायेगी रात
सबके एक ना एक दिन
मरने के दिन आ जायेगे
एक दिन अर्थी पर जायेंगे
सारी बातों के मायने
व्यर्थ हो जायेंगे
यहां कौन हजार साल की उम्र
लेकर बैठा है
साला भाई भाई से रूठा है
हम मुगालते में है वो खुश हैं
वो मुगालते है मैं खुश हूं
हर इक अपना है
फिर भी सपना टूटा है ।
यहां कौन हजार साल की
उम्र लेकर बैठा है ।
कौई बताये हमें किसका
बक्त और मोहब्बत का
ठेका है ।
लेकर बैठा है
ना बोलकर ना मिलकर
तन्हा कुछ साल गुजर जायेंगे
दुश्मनी सा बक्त बिताकर
कौन खुश हुआ
जब देखो तब दुख हुआ ।
रुठकर किसने मजा लूटा है
साला अन्दर से तो वो भी टूटा है
अगर हो जायेगी बात
तो भी कट जायेगी रात
सबके एक ना एक दिन
मरने के दिन आ जायेगे
एक दिन अर्थी पर जायेंगे
सारी बातों के मायने
व्यर्थ हो जायेंगे
यहां कौन हजार साल की उम्र
लेकर बैठा है
साला भाई भाई से रूठा है
हम मुगालते में है वो खुश हैं
वो मुगालते है मैं खुश हूं
हर इक अपना है
फिर भी सपना टूटा है ।
यहां कौन हजार साल की
उम्र लेकर बैठा है ।
कौई बताये हमें किसका
बक्त और मोहब्बत का
ठेका है ।
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