Saturday, September 28, 2013

 

shakti


jab tak aap chup hain or nayaay nahi mil raha ho,
to hinsa se bhi ladaai nahi jeetni chahiye, are padhe likhe ho to
kalam ki taakat se rawan ko khatam karo.
mout

 

ameer or garib dono time se marte hain

mout badi muskil se madham barg ko

naseeb hoti hai

Tuesday, September 17, 2013

मोहब्बत 

मोहब्बत  अज़ब  ग़जब  अहसास  है,
इसका  हश्र  क्या होता  है, मालूम  होने पर 
भी लोग मोहब्बत  करते हैं।
 ख़तरनाक खेल 


शतरंज से भी कठिन है राजनीति की  चाले, जो नेता चलते हैं,
राजनीति कभी शांत नहीं  होती, उसमें  हलचल होना स्वाभाबिक है.

Thursday, September 5, 2013

नेता नागरिक सैनिक


नागरिक और सैनिक  हमेशा देश के साथ है ,

और जिस  दिन  देश के नेता  आपस में 

कमत हो जाए  उस दिन कोई भी देश  हमारे 

मुल्क को  आँख  दिखा नहीं  सकता।


Wednesday, September 4, 2013

भारतवासी

बच्चा पैदा  हो जाये ,
तो उसका  पालन  अच्छे से हो ,
थोड़ा बड़ा हो जाए तो पढ़  लिख जाये ,
पढ़ने के बाद  वो काम  धंधे  से लग जाये ,
उसके बाद उसकी  शादी हो जाये ,
इसके बाद नाती  पोते  हो जाए ,
ये सब होने  के बाद भारत का  नागरिक मरने की 
कामना करता है

स्वार्थ 

 

इंसान स्वार्थी  होता है ,

यदि भगवान  सब दे  दे  तो वो भगवान को कभी  याद ना करेगा.


अकेला


तन्हा  छोड़  दिया अपनों ने  ना  जाने  किस बात पे ,
कि  मैं  खुद को ढूढ़ता हूँ तो  पहले सा मिलता  नहीं  हूँ।

Monday, September 2, 2013

बूढ़े  बाप की  चाहत 

बच्चे जिम्मेदारी समझते तो बुढापा बोझ  ना  लगता,
जीना कोंन  नहीं  चाहता ,
ख़ुशी  से मरने  का भी अपना मज़ा  होता।
राजनीति 

राजनीति आसान राह है, स्वार्थ साधने की ,
पैसा पावर सब मिलता  है  इसमें 
दुष्ट प्रवृति कुकर्म के उपासकओं  की भीड़  ही  नेताओं की फ़ोज  बन गयी है. 
जिसने भी चाह माना राजनीति आसान राह है स्वार्थ  साधने की ,
नेताओं  से  पूछो  समाज सेवा किसे कहते हैं ,
तो आज का नेता  कहेगा वो क्या होती है बे
हिस़ाब 

जब   मोहब्बत थी तो पैसा नहीं था ,
आज पैसा है तो मोहब्बत नहीं है,

जिन्दगी अपना हिसाब किताब बराबर  रखती  है ,

बहुत कुछ  देती है तो बहुत कुछ ले भी लेती  है.

 
संवेदनहीन

किसी सत्तरह अठारह साल के बेटे के बाप से पूछो ,
किसी पंद्रह सोलह साल की बेटी की माँ से पूछो ,
तो  कहेंगे की काश ये बच्चे मेरे जमाने के बच्चों  से होते तो  कितना अच्छा होता। 

क़िस्मत


जिन्दगी एक अभिलाषा है,
जिन्दगी एक परिभाषा है,
सवर जाये  तो दुल्हन है,
वर्ना तमाशा है
जुआ

चिंता  करना फ़िजूल  है,
क्योंकि कल क्या होगा यह हम तय नहीं कर सकते,
भविष्य के रास्ते जिन्दगी अपने आप खोलती या बंद करती है.

Thursday, August 29, 2013

 रोंज की ख़बर

एक  बार्डर पे गोलाबारी और घुसपैठ ,
दो संसद में हंगामा,
तीन रुपया आज  फिर गिरा,
चार बाढ़ आगजनी हिंसा ,
पांच नाबालिग़  से बलात्कार ,
छः आतंकवादी पकड़ा गया ,
सात नेता जी अय्यासी करते पकडे गये ,
आठ पुलिस ने कोई कार्यवाही नहीं की,
नो पडोसी मुल्क से फिलहाल कोई बातचीत नहीं ,
दस आज मौसम साफ रहेगा। 
ग्यारह नेता  शाम को न्यूज़ चैनलों  पे  आपस में  लड़ते रहें ,
बारह  इन  सबके बावजूद भारत में जनजीवन सामान्य रहा



कोरा काग़ज 

कोरा काग़ज  कोरा रह जाता है,
किसी कलम की स्याही सूख जाती है बिना लिखे,
नसीब का लिखा काम आता नहीं ,
वक्त अनजान राहों पे जब ले जाता है.
 


तन्हाई


दूर कहीं  महफ़िल से आती आव़ाज ,

बंद कमरे मे  तन्हा  और  उदास ,

मेज पे पड़ी बोतल  खाली  गिलास ,

जलती सिगरेट से जलता धुँआ ,

उसकी  यादों  में जेसे लग रही हो  आग़ ,

क्या बताऊ  इस  जमाने को ,

जेसे टूटे दिल में बढ रही है ,

प्यार की प्यास।

Wednesday, August 28, 2013


जंगलराज 

जीना अब उधारी  है 
महंगाई  अब भारी  है 
लूट अब मंत्रा है ,
ना  अब कोई संता  है 
सेवक अत्याचारी  है 
गणतंत्र  की बीमारी  है 
सयाना  अब  शातिर है 
बचपन अब सयाना है 
बाप है डरा डरा ,
हरकते बहसियाना है 
खोफजदा है मंजर ,
राम है गायब ,
रावन है अन्दर ,
है हर आँख में आँसू ,
हो गए गम समुन्दर ,



           MAJA


jo hamne sunaya tumhe


wo na geet tha na thi kabbali

na kissa tha na thi wo  gajal,

jisme tumehe maja aaya ,

wo to mere dil tootne ki daasta thi.