Sher O Shayari
Monday, February 18, 2008
असीम
प्यार कि हद के पार भी , प्यार करना चाहता हूँ ,
तुम
मंजिल ना सही, मील के पत्थर ही नजर आओ ,
मैं जिन्दगी को कभी ख़त्म ना होनेवाले सफर पर चलाना चाहता हूँ .
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