Sunday, February 17, 2008

आदमी

यहाँ तितलियाँ भी हैं, भवरे भी हैं ,
यहाँ शेर भी हैं , बिल्ली भी है, लोमड़ी है, साँप है, नेवले भी हैं ,
मेढक है, शार्क है ,छोटी छोटी मछलियाँ हैं,
है जंगली व्यवस्था, इसे हम शहर कहते हैं ,
पत्थर की इमारतों में, यहाँ आदम और हब्बा मिलेंगे ,
हैं तरह तरह के जानवर यहाँ ,
दूडो बहुत मगर इंसान ना मिलेंगे .

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