Saturday, February 16, 2008

मजदूर और पूंजीपति

हम गरीब तो हमारा नाम राजू,
तुम अमीर तो तुम्हारा नाम राज ,
हम सिर्फ़ नाम के राजू , तुम्हे सत्ता के सुख और ताज,
हमे दाल-रोटी नमक-प्याज नही नसीब,
तुम्हें मर्सिडीज, राजभवन मुबारक, तुम्हारे दौलत करीब,
हम्हें महगाई की मार,
दुःख तकलीफ और हरदम विपत्ति ,
तुम गेरों के राज्य मैं राज्य अतिथि,
हमने बनाईं सड़के-भवन-पटरी और पुल ,
तुमने बनाया अपना कार्पोरेट और घराना,
हमे दे दिया रियायत का राशन कार्ड ,
तुम्हें दे दिए गए धंधे के लायसेंस और ग्रीन कार्ड ,
हम गरीब तो हमारा नाम राजू ,
तुम अमीर तो तुम्हारा नाम राज।

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